कोई गहरे से समुंदर के तूफान से
जूजती रही कश्ती ज़िंदगी की
अब कोई बल न रहा इन थके हाथोँ में
डूबने के ख़ौफ ने दिल में जगह बना ली
आँखें बंद कर करने लगे हम
मौत का पल पल इंतज़ार
और इसी एहसास से जी लिए हम
और कई मौत हज़ार
तब कहीं से एक अवाज़ निकली
एक विशाल जहाज़ बढ़ रहा था हमारी ओर
अपनी छोटी सी कश्ती हम छोड़ निकले
उस जहाज़ से बाँध ली हमने ज़िंदगी कि यह डोर
ऐसे ऐश और आराम मिले हमें
कि हम अपने आप को खोने लगे
उसकी इस मदहोशी में
हम तैरना ही भूलने लगे
समुंदर का तूफान तो शांत हो गया
पर हम तैर सके, यह भरोसा न रहा
किस पे सवार हो चल पाए
अपना नाव भी तो अब ना रहा
हम ऐसे ही लुटते गए
और हमें कोई अंदाज़ा न था
अपने अनमोल खज़ाने हमने खो दिए
दिल में रह गई बस एक ही दुआ
मर ही जाते हम
पर अपना नाव न छोड़ा होता
अब जी तो रहे है हम
पर ऐसी खोखली ज़िंदगी का जाने क्या होगा |
ली एक ऐसी शपथ हमने
कि हम न रहेंगे सहारे इसके
डूब भी जाए तोह कोई ग़म नहीं
अब कुछ न रहा खोने के लिए
कूद पड़े हम उसी गहरे समुंदर में
जिसने हमें था तैरना सिखाया
हार ना मानी इस बार हमने
खोखली ज़िंदगी में फिर बहार आया |
People often take to addiction in order to escape from something which they think they cannot fight. Addiction may be of any form: Addiction to a person, social networking and media, smoking, alcoholism or drugs.
Even you might have experienced it at some point of time in your life.
But you come to realize that nothing will come of it. It is in fact, depriving you of many other valuable things.
The later the realization, the harder it is for you to get out of it, and more the loss you suffer.
But it is never too late, you can always start over, and realize you are much stronger than you ever were before.
The images were taken from:
http://sdrobbwritesblog.files.wordpress.com/2012/11/storm-boat.jpg
http://snowbirdstudios.org/blog/wp-content/uploads/2013/01/ShipStorm.jpg
जूजती रही कश्ती ज़िंदगी की
अब कोई बल न रहा इन थके हाथोँ में
डूबने के ख़ौफ ने दिल में जगह बना ली
आँखें बंद कर करने लगे हम
मौत का पल पल इंतज़ार
और इसी एहसास से जी लिए हम
और कई मौत हज़ार
तब कहीं से एक अवाज़ निकली
एक विशाल जहाज़ बढ़ रहा था हमारी ओर
अपनी छोटी सी कश्ती हम छोड़ निकले
उस जहाज़ से बाँध ली हमने ज़िंदगी कि यह डोर
ऐसे ऐश और आराम मिले हमें
कि हम अपने आप को खोने लगे
उसकी इस मदहोशी में
हम तैरना ही भूलने लगे
समुंदर का तूफान तो शांत हो गया
पर हम तैर सके, यह भरोसा न रहा
किस पे सवार हो चल पाए
अपना नाव भी तो अब ना रहा
हम ऐसे ही लुटते गए
और हमें कोई अंदाज़ा न था
अपने अनमोल खज़ाने हमने खो दिए
दिल में रह गई बस एक ही दुआ
मर ही जाते हम
पर अपना नाव न छोड़ा होता
अब जी तो रहे है हम
पर ऐसी खोखली ज़िंदगी का जाने क्या होगा |
ली एक ऐसी शपथ हमने
कि हम न रहेंगे सहारे इसके
डूब भी जाए तोह कोई ग़म नहीं
अब कुछ न रहा खोने के लिए
कूद पड़े हम उसी गहरे समुंदर में
जिसने हमें था तैरना सिखाया
हार ना मानी इस बार हमने
खोखली ज़िंदगी में फिर बहार आया |
People often take to addiction in order to escape from something which they think they cannot fight. Addiction may be of any form: Addiction to a person, social networking and media, smoking, alcoholism or drugs.
Even you might have experienced it at some point of time in your life.
But you come to realize that nothing will come of it. It is in fact, depriving you of many other valuable things.
The later the realization, the harder it is for you to get out of it, and more the loss you suffer.
But it is never too late, you can always start over, and realize you are much stronger than you ever were before.
The images were taken from:
http://sdrobbwritesblog.files.wordpress.com/2012/11/storm-boat.jpg
http://snowbirdstudios.org/blog/wp-content/uploads/2013/01/ShipStorm.jpg